नई दिल्ली | अर्थव्यवस्था की सुस्त रफ्तार के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश की आर्थिक स्थिति का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली और वित्त मंत्रालय के उच्च अधिकारी इस बैठक में शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इसमें विकास दर को ऊपर उठाने और रोजगार के अवसर सृजित करने के उपायों पर चर्चा की जाएगी । साथ ही वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के क्रियान्वयन में आ रही शुरुआती दिक्कतों और सरकार के राजस्व पर नोटबंदी के प्रभावों पर भी इस बैठक में चर्चा होने के आसार हैं। सूत्रों ने कहा कि इस बैठक में वित्त मंत्रालय के सभी विभागों के सचिव और प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसमें अर्थव्यवस्था की गति बढ़ाने के विकल्पों पर विचार किया जाएगा। प्रधानमंत्री ने यह बैठक ऐसे समय बुलाई है, जब हाल ही में आए सरकारी आंकड़ों में अर्थव्यवस्था की स्थिति काफी खराब दिखाई गई है। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के अनुसार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश की विकास दर घटकर 5.7 फीसद रह गई है , जो बीते 3 साल में न्यूनतम है। बीते वित्
letest news , politics , politico24x7.com , best news today