नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आधिकारिक मोबइल एप को लेकर आरोपों का सामना कर रही अमेरिकी कंपनी ने मंगलवार को सफाई पेश की है। कंपनी पर आरोप है कि उसने बिना उपयोगकर्ताओं की सहमति के मोदी एप से उनका व्यक्तिगत डेटा प्राप्त किया। कंपनी ने कहा कि वे डेटा को बेचती या किराए पर नहीं देती है। कंपनी के सह- संस्थापक आनंद जैन ने कहा कि प्रकाशक द्वारा उसके पास संग्रहित डेटा तक क्लेवरटैप के कर्मचारियों की कोई पहुंच नहीं है। उनसे पूछा गया था कि क्या नमो एप के जरिए कंपनी की पहुंच उपयोगकर्ताओं की व्यक्तिगत जानकारियों तक है। अमेरिका की 5 वर्ष पुरानी स्टार्टअप कंपनी को एक शोधकर्ताओं के आरोप की वजह से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। शोधकर्ता का आरोप है कि मोदी का नमो एप नाम, ई- मेल, मोबाइल नंबर, उपकरण की जानकारी और लोकेशन जैसी निजी जानकारियां बिना उपयोगकर्ताओं की सहमति के कंपनी द्वारा नियंत्रित सर्वरों को भेज रहा है। शोधकर्ता इलियट एल्डरसन ने ट्वीट करके खामी उजागर की थी। हालांकि, बीजेपी ने कहा कि डेटा का इस्तेमाल केवल थर्ड पार्टी एनालिटिक्स के लिए होता है। जैन ने कल अपने ब्लाग पोस्ट में बिना नम
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